रेलवे पेपर लीक मामला: CBI की बड़ी कार्रवाई, 26 लोग गिरफ्तार, 1.17 करोड़ रुपये बरामद
रेलवे प्रमोशन परीक्षा पेपर लीक घोटाले में CBI ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। पंडित दीनदयाल रेलवे डिवीजन कार्यालय से 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं। CBI ने DRM कार्यालय से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं।

रेलवे प्रमोशन परीक्षा पेपर लीक घोटाले में CBI ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। पंडित दीनदयाल रेलवे डिवीजन कार्यालय से 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं। CBI ने DRM कार्यालय से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं।
CBI का ऑपरेशन: 3-4 मार्च की रात छापेमारी
CBI ने 3 और 4 मार्च की मध्यरात्रि को एक विशेष ऑपरेशन चलाकर पूर्व मध्य रेलवे में विभागीय परीक्षा पेपर लीक घोटाले का खुलासा किया। यह घोटाला मुगलसराय में पकड़ा गया, जिसमें 1 वरिष्ठ DEE और 8 अन्य रेलवे अधिकारी, अभ्यर्थी व अन्य अज्ञात लोग शामिल पाए गए।
वरिष्ठ DEE और रेलवे कर्मचारी गिरफ्तार, पेपर लीक का पूरा खेल उजागर
पूर्व मध्य रेलवे ने 4 मार्च 2025 को मुख्य लोको निरीक्षक पदों के लिए परीक्षा आयोजित की थी। CBI ने तीन अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की, जहां 17 अभ्यर्थियों के पास से हस्तलिखित प्रश्नपत्रों की फोटोकॉपी बरामद हुई।
जांच में सामने आया कि वरिष्ठ DEE परीक्षा प्रश्नपत्र तैयार करने के जिम्मेदार थे। उन्होंने अपने हाथों से अंग्रेजी में प्रश्न लिखे, जिसे एक पायलट को दिया, जिसने उसका हिंदी में अनुवाद कर एक अन्य रेलवे कर्मचारी (OS) को सौंप दिया। इसके बाद इस प्रश्नपत्र को कुछ अन्य रेलवे कर्मचारियों की मदद से अभ्यर्थियों तक पहुंचाया गया।
1.17 करोड़ रुपये नकद बरामद, 26 लोग गिरफ्तार
CBI की जांच में सामने आया कि 17 विभागीय अभ्यर्थियों ने पेपर लीक के लिए पैसे चुकाए थे। 3-4 मार्च की रात इन अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र की फोटोकॉपी के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया।
अब तक इस घोटाले में:
✅ 26 रेलवे अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया
✅ 8 स्थानों पर छापेमारी की गई
✅ 1.17 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए
✅ हस्तलिखित प्रश्नपत्रों की फोटोकॉपी बरामद
CBI इस मामले में अन्य आरोपियों और कड़ी साजिशकर्ताओं की भी तलाश कर रही है। रेलवे परीक्षा घोटाले से जुड़ी हर अपडेट के लिए जुड़े रहें!