500 करोड़ का 'शीश महल' विवादों में: आंध्र प्रदेश के पूर्व CM जगन रेड्डी के बंगले पर घमासान

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500 करोड़ का 'शीश महल' विवादों में: आंध्र प्रदेश के पूर्व CM जगन रेड्डी के बंगले पर घमासान

500 करोड़ का 'शीश महल' विवादों में: आंध्र प्रदेश के पूर्व CM जगन रेड्डी के बंगले पर घमासान

आंध्र प्रदेश में 500 करोड़ रुपये की लागत से बने 'शीश महल' को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। विशाखापत्तनम के रुशिकोंडा इलाके में 10 एकड़ में फैला यह आलीशान बंगला, जिसे 'रुशिकोंडा पैलेस' के नाम से जाना जाता है, पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का सरकारी आवास और कार्यालय था।

सोने की सजावट और इटालियन संगमरमर से बना 'शीश महल'

10 एकड़ में फैला विशाल बंगला
सोने की सजावट और इटालियन संगमरमर का इस्तेमाल
100 केवी बिजली सबस्टेशन, पक्की सड़कें और जल निकासी जैसी सुविधाएं
कुल अनुमानित लागत – 500 से 600 करोड़ रुपये

क्यों विवादों में आया 'शीश महल'?

 पर्यावरणीय नियमों के उल्लंघन के आरोप: विपक्ष का दावा है कि इस महल के निर्माण के लिए रुशिकोंडा पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा ध्वस्त कर दिया गया, जिससे पर्यावरण को नुकसान हुआ।
  अवैध फंडिंग का आरोप: वर्तमान टीडीपी-एनडीए सरकार का आरोप है कि जगन रेड्डी सरकार ने जनता के पैसों का दुरुपयोग करते हुए इस महल का निर्माण किया।
  कानूनी विवाद: केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय (MOEF) ने इसे 2021 में पर्यटन विकास परियोजना के रूप में मंजूरी दी थी, लेकिन अब इसे नियमों के उल्लंघन का मामला बताया जा रहा है।

नायडू सरकार की सख्त कार्रवाई!

???? आंध्र प्रदेश की नई सरकार (TDP-NDA) ने 'शीश महल' की जांच के आदेश दिए हैं।
???? CM चंद्रबाबू नायडू का प्रशासन इसे सार्वजनिक धन की बर्बादी करार दे रहा है।
???? पूर्व मंत्री गुडीवाड़ा अमरनाथ ने इन आरोपों को गलत बताया और इसे कानूनी मामला करार दिया।

क्या होगा अगला कदम?

'शीश महल' को लेकर राजनीति गरमा चुकी है। अब देखना होगा कि क्या नायडू सरकार इस महल पर कोई कानूनी कार्रवाई करती है, या यह विवाद केवल राजनीति तक सीमित रहेगा!